पत्थर पत्थर नूर दिखाई देता है
शीशा चकनाचूर दिखाई देता है .
प्यास लिए चलते चलते मुद्दत गुज़री
दरिया अब भी दूर दिखाई देता है
लोग अंधेपन का रोना क्यों रोते हैं
आँखें हैं, भरपूर दिखाई देता है
सदियाँ गुज़री लेकिन तुमको दहशत में
हर लंगड़ा तैमूर दिखाई देता है
धोखा पहले पाप बताया जाता था
लेकिन अब दस्तूर दिखाई देता है
Swelling, Anti Ageing, Wrinkles, Boost Energy, Hair Growth Etc.Treatmen...
-
इन आलेखों में पूर्व विद्वानों द्वारा बताये गये ज्ञान को समेट कर आपके समक्ष
सरल भाषा में प्रस्तुत करने का छोटा सा प्रयत्न मात्र है .औषध प्रयोग से पूर्व
किस...
5 वर्ष पहले
26 टिप्पणियां:
पत्थर पत्थर नूर दिखाई देता है
शीशा चकनाचूर दिखाई देता है .
शीशे से कह दो न जाये पत्थरों के गाँव
सदियाँ गुज़री लेकिन तुमको दहशत में
हर लंगड़ा तैमूर दिखाई देता है
आज तो मज़ा बाँध दिया सरवत भाई ! मुबारक हो !
जरा निम्न पोस्ट देखने की कृपा करेंगे हुज़ूर !
http://satish-saxena.blogspot.com/2010/11/iii_23.html
अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर आकर...........सुन्दर अभिव्यक्ति.........
अंधेपन का रोना क्यों रोते हैं लोग
आँखें हैं, भरपूर दिखाई देता है
धोखा पहले पाप बताया जाता था
लेकिन अब दस्तूर दिखाई देता है
वाह !
बहुत ख़ूब!
धोखा पहले पाप बताया जाता था
लेकिन अब दस्तूर दिखाई देता है
समां बाँध दिया सर्वत भाई ... काबिले तारीफ शेर .... हर शेर पे वाह वाह निकलता है ... गज़ब कमाल है भाई .....
धोखा पहले पाप बताया जाता था
लेकिन अब दस्तूर दिखाई देता है
हर शेर बेहतरीन्……………दिल को छू लिया।
प्यास लिए चलते चलते मुद्दत गुज़री
दरिया अब भी दूर दिखाई देता है
धोखा पहले पाप बताया जाता था
लेकिन अब दस्तूर दिखाई देता है
ग़ज़ल के ये दोनों शेर
ग़ज़लगोई में आपकी महारत की तसदीक़ कर रहे हैं
आफ्रीं.........
धोखा पहले पाप बताया जाता था
लेकिन अब दस्तूर दिखाई देता है ।
वाह वाह बहोत खूब सर्वत जी ।
प्यास लिए चलते चलते मुद्दत गुज़री
दरिया अब भी दूर दिखाई देता है....बहुत सुंदर ग़ज़ल सर जी
किस शेर की तारीफ़ की जाये सर जी ,
हर शेर, शेर पे सावा शेर है ||
बहुत कमाल की लेखनी || बेहतरीन !!!
पत्थर पत्थर नूर दिखाई देता है
शीशा चकनाचूर दिखाई देता है .
waah kya baat kahi hai...
प्यास लिए चलते चलते मुद्दत गुज़री
दरिया अब भी दूर दिखाई देता है
waah waah..
धोखा पहले पाप बताया जाता था
लेकिन अब दस्तूर दिखाई देता है
waah waah..
प्यास लिए चलते चलते मुद्दत गुज़री
दरिया अब भी दूर दिखाई देता है
धोखा पहले पाप बताया जाता था
लेकिन अब दस्तूर दिखाई देता है
wah bahut khoob sarvat ji
ye dono sher kuch jyada hi acche lage
मैं आपके ब्लॉग पर बहुत दिनों बाद आया हूँ. आपने हमेशा की तरह अच्छा लिखा है. बधाई स्वीकार करें. एक अनुरोध है आपसे कि कुछ शब्दों का अर्थ भी लिख दिया करें, ताकि मुझ जैसे कम-समझ इंसान को भी गजल पूरी समझ आ जाये.
धन्यवाद.
मैं आपके ब्लॉग पर बहुत दिनों बाद आया हूँ. आपने हमेशा की तरह अच्छा लिखा है. बधाई स्वीकार करें. एक अनुरोध है आपसे कि कुछ शब्दों का अर्थ भी लिख दिया करें, ताकि मुझ जैसे कम-समझ इंसान को भी गजल पूरी समझ आ जाये.
धन्यवाद.
Merry Christmas
hope this christmas will bring happiness for you and your family.
Lyrics Mantra
Merry Christmas
hope this christmas will bring happiness for you and your family.
Lyrics Mantra
bahut sunder.
कहाँ गायब हो यार ???
सर्वत जी, हमेशा की तरह शानदार गजल। बधाई।
---------
पति को वश में करने का उपाय।
मासिक धर्म और उससे जुड़ी अवधारणाएं।
एकबार फिर वही तेवर...! सलाम आपको, ब्लॉग पर वक़्त निकालने के लिए.
धोखा पहले पाप बताया जाता था
लेकिन अब दस्तूर दिखाई देता है
शुक्रिया! शुक्रिया!!
लोग अंधेपन का रोना क्यों रोते हैं
आँखें हैं, भरपूर दिखाई देता है
main pahali baar aapki rachanaa padi hai bahut achcha likhti hai aap .ye gajal likhi aapne.badhaai sweekaren.
सदियाँ गुज़री लेकिन तुमको दहशत में
हर लंगड़ा तैमूर दिखाई देता है
सर्वत भाई सर्वत भाई ये क्या कह दिया है आपने...सुभान अल्लाह...सच कहता हूँ बरसों हुए ऐसा लाजवाब शेर पढ़े...कमाल की ग़ज़ल कही है आपने...मेरी ढेरों दाद कबूल करें.
नीरज
धोखा पहले पाप बताया जाता था
लेकिन अब दस्तूर दिखाई देता है
बहुत खूब ..अच्छी गज़ल
सदियाँ गुज़री लेकिन तुमको दहशत में
हर लंगड़ा तैमूर दिखाई देता है
बढ़िया शेर...
धोखा पहले पाप बताया जाता था
लेकिन अब दस्तूर दिखाई देता है bahu hi umda.
andhepan ka rona, sab kyun rote hain, agar kahte to shaayad achha sunaai deta. maaf karna main nuks nahin nikaal raha hun apne hisaab ka wazan bna raha hun. aap tippni mita sakte hain.
Hai dilnasheeN blog yeh sarwat Jamal ka
Zauq e saleem jis meiN hai Barqi kamal ka
एक टिप्पणी भेजें