पैदा जब अपनी फ़ौज में गद्दार हो गए
कैसे कहूं कि फ़तह के आसार हो गए
आंधी से टूट जाने का खतरा नजर में था
सारे दरख्त झुकने को तैयार हो गए
तालीम, जहन, ज़ौक, शराफत, अदब, हुनर
दौलत के सामने सभी बेकार हो गए
हैरान कर गया हमें दरिया का यह सलूक
जिनको भंवर में फंसना था, वो पार हो गए
आसूदगी, सुकून मयस्सर थे सब मगर
ज़ंजीर उसके पांव की दीनार हो गए
सर्वत किसी को भी नहीं ख्वाहिश सुकून की
अब लोग वहशतों के तलबगार हो गए
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आप सभी का प्यार, स्नेह लेकर नए वर्ष में प्रवेश कर रहा हूँ. ऊपर वाले से दुआ है कि वर्ष २०१० सब के लिए मंगलकारी और खुशियों से लदा-फंदा हो.
मंगलवार, 29 दिसंबर 2009
गुरुवार, 17 दिसंबर 2009
ग़ज़ल- ek baar phir
रोशनी सब को दिखलाइये
ख़ुद पे भी गौर फरमाइए
आइना हूँ मैं दीवार पर
आइये, देखिये, जाइए
कौन आजाद है इस जगह
अपने शीशे बदलवाइये
लोग बेहद समझदार हैं
मौसमी गीत मत गाइए
रेत आंखों में भर जायेगी
इस हवा पर न इतराइये
लीजिये मुल्क जलने लगा
अब तो सिगरेट सुलगाइए
ख़ुद पे भी गौर फरमाइए
आइना हूँ मैं दीवार पर
आइये, देखिये, जाइए
कौन आजाद है इस जगह
अपने शीशे बदलवाइये
लोग बेहद समझदार हैं
मौसमी गीत मत गाइए
रेत आंखों में भर जायेगी
इस हवा पर न इतराइये
लीजिये मुल्क जलने लगा
अब तो सिगरेट सुलगाइए
शनिवार, 5 दिसंबर 2009
gazal-ek baar phir
रोटी, लिबास और मकानों से कट गए
हम सीधे सादे लोग सयानों से कट गए
फिर यूँ हुआ कि सबने उठा ली क़सम यहाँ
फिर यूँ हुआ कि लोग ज़बानों से कट गए
जंगल में बस्तियों का सबब हमसे पूछिए
जंगल के पहरेदार मचानों से कट गए
बुजदिल कहूं उन्हें कि शहीदों में जोड़ लूँ
वो आदमी जो ठौर ठिकानों से कट गए
पटवारी, साहूकार, मवेशी, ज़मीनदार
खूराक मिल गयी तो किसानों से कट गए
दर्पण चमक रहा है उसी आबोताब से
चेहरे तो झुर्रियों के निशानों से कट गए
'सर्वत' जब आफताब उगाने की फ़िक्र थी
सब लोग उल्टे सीधे बहानों से कट गए
हम सीधे सादे लोग सयानों से कट गए
फिर यूँ हुआ कि सबने उठा ली क़सम यहाँ
फिर यूँ हुआ कि लोग ज़बानों से कट गए
जंगल में बस्तियों का सबब हमसे पूछिए
जंगल के पहरेदार मचानों से कट गए
बुजदिल कहूं उन्हें कि शहीदों में जोड़ लूँ
वो आदमी जो ठौर ठिकानों से कट गए
पटवारी, साहूकार, मवेशी, ज़मीनदार
खूराक मिल गयी तो किसानों से कट गए
दर्पण चमक रहा है उसी आबोताब से
चेहरे तो झुर्रियों के निशानों से कट गए
'सर्वत' जब आफताब उगाने की फ़िक्र थी
सब लोग उल्टे सीधे बहानों से कट गए
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