tag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post5659967422446523168..comments2023-10-19T04:31:57.666-07:00Comments on sarwat india सर्वत इंडिया: नई ग़ज़लसर्वत एम०http://www.blogger.com/profile/15168187397740783566noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-89312924628182025882011-11-26T13:45:29.331-08:002011-11-26T13:45:29.331-08:00गुफ़्तगू है सूरज से
हर किरन से क्या बोलें
Kya ba...गुफ़्तगू है सूरज से<br /> हर किरन से क्या बोलें <br />Kya baat hai!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-57348478069102465202011-11-07T05:26:15.678-08:002011-11-07T05:26:15.678-08:00गुफ़्तगू है सूरज से
हर किरन से क्या बोलें
सच की...गुफ़्तगू है सूरज से<br /> हर किरन से क्या बोलें <br /><br />सच की पैरवी की है <br />अब दहन से क्या बोलें<br /><br /><br />..बहुत खूब!...आभारकविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-60102878361797889032011-11-06T08:24:20.237-08:002011-11-06T08:24:20.237-08:00बहुत खूब!बहुत खूब!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-26004761691760064372011-11-06T05:07:08.650-08:002011-11-06T05:07:08.650-08:00पहली बार आपको पढ़ा ....
ग़ज़ल का शब्द शब्द बेहद खूब...पहली बार आपको पढ़ा ....<br />ग़ज़ल का शब्द शब्द बेहद खूबसूरती से लिखा है आपने ...आभारAnju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-85445596767547314012011-11-06T02:30:37.527-08:002011-11-06T02:30:37.527-08:00उम्र भर खमोशी थी
अन्जुमन से क्या बोलें bhaut hi b...उम्र भर खमोशी थी<br /> अन्जुमन से क्या बोलें bhaut hi behtreen prstuti.....सागरhttps://www.blogger.com/profile/04586480950461229346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-8911059170643845602011-11-04T14:17:10.015-07:002011-11-04T14:17:10.015-07:00♥
आदरणीय भाईजान सर्वत जमाल जी
सस्नेहाभिवा...<b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.com/" rel="nofollow"><br />♥</a></b><br /><br /><br /><br /><br /><b><i> आदरणीय भाईजान सर्वत जमाल जी </i></b> <br />सस्नेहाभिवादन !<br /><br />बहुत समय बाद लिख पा रहा हूं … <br />यह ग़ज़ल पढ़ तो शायद पहले भी जा चुका हूं ।<br /><br />आज कई कई बार पढ़ा … खो गया हूं , डूब गया हूं ! सौ सलाम !!<br /><b>आबले हैं पैरों में <br />हम थकन से क्या बोलें<br /><br />याद है हमें फ़रहाद<br /> कोहकन से क्या बोलें <br /><br />दार तक चले आए <br />इस रसन से क्या बोलें<br /><br />गुफ़्तगू है सूरज से<br /> हर किरन से क्या बोलें <br /><br />सच की पैरवी की है <br />अब दहन से क्या बोलें </b><br /><b> </b><br /> शब्द नहीं हैं मेरे पास … … …<br /> <br />आशा है , आप सपरिवार स्वस्थ-सानंद हैं ।<br /><br /><br /><b> हार्दिक शुभकामनाओं मंगलकामनाओं सहित…</b> <br />- राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-53871535531467384972011-10-09T05:31:07.931-07:002011-10-09T05:31:07.931-07:00हमज़बां नहीं 'सर्वत'
हमवतन से क्या बोलें.
...हमज़बां नहीं 'सर्वत'<br />हमवतन से क्या बोलें.<br /><br />यही सबसे बड़ा दर्द है.<br />-<br />हम फुर्सत में आपके पन्ने तक पहुँचते हैं, और आपके तेवर देख कुछ नहीं कहते.<br /><br />सच की पैरवी की है<br />अब दहन से क्या बोलें<br />आबले हैं पैरों में<br />हम थकन से क्या बोलें<br /><br />क्या कहूँ मै !!Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-40385529540705556572011-09-25T09:31:33.474-07:002011-09-25T09:31:33.474-07:00सच की पैरवी की है
अब दहन से क्या बोलें
हमज़बां ...सच की पैरवी की है <br />अब दहन से क्या बोलें<br /><br /><br />हमज़बां नहीं 'सर्वत'<br /> हमवतन से क्या बोलें.<br /><br />बेहतरीन ।<br />आपने तो बस खामोश कर डाला<br />अब हम वचन से क्या बोलें ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-28021519952857196382011-09-16T06:07:24.759-07:002011-09-16T06:07:24.759-07:00गुफ़्तगू है सूरज से
हर किरन से क्या बोलें
सच की...गुफ़्तगू है सूरज से<br />हर किरन से क्या बोलें <br /><br /><br />सच की पैरवी की है <br />अब दहन से क्या बोलें<br /><br />बहुत खूब सर जी ,<br />लाज़वाब प्रस्तुति !!!Shayar Ashok : Assistant manager (Central Bank)https://www.blogger.com/profile/14269190208303983206noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-44885950182074104752011-08-12T10:27:05.899-07:002011-08-12T10:27:05.899-07:00bahut achchha laga padhkar....wahbahut achchha laga padhkar....wahanahttp://kavyana.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-77353710882127718732011-08-03T03:27:25.088-07:002011-08-03T03:27:25.088-07:00सुन्दर ग़ज़ल.....एक शेर ने खासा प्रभावित किया
गुफ...सुन्दर ग़ज़ल.....एक शेर ने खासा प्रभावित किया <br />गुफ़्तगू है सूरज से<br /> हर किरन से क्या बोलें <br /><br />धन्यवाद<br />http://www.aarambhan.blogspot.comS.VIKRAMhttps://www.blogger.com/profile/17252464333035334396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-68332530472782416782011-07-31T23:52:00.860-07:002011-07-31T23:52:00.860-07:00अरसे बाद मैं सक्रिय हुआ हूँ.....! ग़ज़ल पढ़ी... उस्...अरसे बाद मैं सक्रिय हुआ हूँ.....! ग़ज़ल पढ़ी... उस्ताद शायरों से कुछ नया सीखने को मिलता रहता है... !<br /> <br />सौ जतन से क्या बोलें<br /> अपने मन से क्या बोलें<br /><br /><br /><br />उम्र भर खमोशी थी<br /> अन्जुमन से क्या बोलें <br /><br /><br />आबले हैं पैरों में <br />हम थकन से क्या बोलें<br /><br /><br />वाह वाह....!!!!आब्लों की खामोश शिकायत का यह तरीका बहुत खूब है.Pawan Kumarhttps://www.blogger.com/profile/08513723264371221324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-41337093097467818222011-06-16T02:57:06.625-07:002011-06-16T02:57:06.625-07:00कल 17/06/2011 को आपकी कोई पोस्ट नयी-पुरानी हलचल पर...कल 17/06/2011 को आपकी कोई पोस्ट नयी-पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही है.<br />आपके सुझावों का हार्दिक स्वागत है .<br /><br />धन्यवाद!<br /><a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.com" rel="nofollow"> नयी-पुरानी हलचल</a>Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-8398920418397514922011-06-03T19:37:11.753-07:002011-06-03T19:37:11.753-07:00गुफ़्तगू है सूरज से
हर किरन से क्या बोलें
बहुत ख...गुफ़्तगू है सूरज से<br />हर किरन से क्या बोलें <br /><br />बहुत खूबसूरत शेर कहा है... वाह ! <br />ग़ज़ल का लुत्फ़ मिल रहा है !!daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-484945920027805212011-05-16T02:25:56.721-07:002011-05-16T02:25:56.721-07:00हमज़बां नहीं 'सर्वत'
हमवतन से क्या बोलें.
...हमज़बां नहीं 'सर्वत'<br />हमवतन से क्या बोलें.<br /><br />बेहतरीन..........दिल को छू गयीनिर्झर'नीरhttps://www.blogger.com/profile/16846440327325263080noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-74825679678473461222011-05-03T10:53:46.823-07:002011-05-03T10:53:46.823-07:00गुफ़्तगू है सूरज से
हर किरन से क्या बोलें
सच क...गुफ़्तगू है सूरज से<br /> हर किरन से क्या बोलें <br /><br /><br />सच की पैरवी की है <br />अब दहन से क्या बोलें<br /><br />बहुत ख़ूब सर्वत भाई ,,,,इतने दिनों बाद आप के ब्लॉग पर रौनक़ आईइस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-16436648448501929142011-05-01T09:39:51.323-07:002011-05-01T09:39:51.323-07:00गुफ़्तगू है सूरज से
हर किरन से क्या बोलें
बहुत ही...गुफ़्तगू है सूरज से<br />हर किरन से क्या बोलें <br />बहुत ही सुन्दर रचना<br />दिल को छू गयीVIJAY KUMAR VERMAhttps://www.blogger.com/profile/06898153601484427791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-60151567468830711292011-04-30T07:41:34.322-07:002011-04-30T07:41:34.322-07:00गुफ़्तगू है सूरज से
हर किरन से क्या बोलें
भाई जा...गुफ़्तगू है सूरज से<br />हर किरन से क्या बोलें <br /><br />भाई जान कहाँ रहे इतने दिन आप...आये हैं तो क्या खूबसूरत ग़ज़ल ले कर आये हैं...सुभान अल्लाह...ऐसा खूबसूरत कलाम पढ़े अरसा हो गया था....अब इतनी देरी भी ठीक नहीं...आते रहें दस्तक देते रहें...हौंसला बना रहता है...<br /><br />Neerajनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-34309555912831713122011-04-30T01:56:06.718-07:002011-04-30T01:56:06.718-07:00भाई हम तो पहले ही तारीफ कर चुके हैं इस ग़ज़ल की| ज...भाई हम तो पहले ही तारीफ कर चुके हैं इस ग़ज़ल की| जबरदस्त ग़ज़ल है|www.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-43817494325504886672011-04-30T00:42:03.814-07:002011-04-30T00:42:03.814-07:00गुफ़्तगू है सूरज से
हर किरन से क्या बोलें ..
बह...गुफ़्तगू है सूरज से<br /> हर किरन से क्या बोलें ..<br /><br />बहुत खूब ... सर्वत साहब कई दिनों बाद आज आपकी ग़ज़ल पढ़ी है .... पर हमेशा की तरह कमाल के तेवर हैं हर शेर के ... <br />आग रखते हैं आप अपनी कलम में ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-78429898742086561102011-04-29T11:30:46.509-07:002011-04-29T11:30:46.509-07:00सच की पैरवी की है
अब दहन से क्या बोलें
बहुत सुन्द...सच की पैरवी की है <br />अब दहन से क्या बोलें<br />बहुत सुन्दर. लम्बे समय के बाद वापसी हुई है आपकी, सुन्दर ग़ज़ल के साथ.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-7081351299047370182011-04-29T06:01:26.317-07:002011-04-29T06:01:26.317-07:00बेहतरीन लिखा है सर!
सादरबेहतरीन लिखा है सर!<br /><br />सादरYashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-59357141426496240242011-04-29T05:03:15.005-07:002011-04-29T05:03:15.005-07:00बहुत सुन्दर रचना।बहुत सुन्दर रचना।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-52495799948121322862011-04-29T01:52:31.914-07:002011-04-29T01:52:31.914-07:00बहुत दिनों बाद आपको पढ़ने का अवसर मिला.
आपने लिख...बहुत दिनों बाद आपको पढ़ने का अवसर मिला. <br /><br />आपने लिखा<br />...गुफ्तगू है सूरज से <br />हर किरण से क्या बोलें...<br />बहुत सुन्दर और प्रभावी.<br /><br />दुनाली पर देखें<br /><a href="http://mydunali.blogspot.com/" rel="nofollow">चलने की ख्वाहिश...</a>Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13342084356954166189noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-84277740824011748862011-04-28T08:48:15.177-07:002011-04-28T08:48:15.177-07:00हमज़बां नहीं 'सर्वत'
हमवतन से क्या बोलें.
...हमज़बां नहीं 'सर्वत'<br />हमवतन से क्या बोलें.<br /><br /><b>क्या अंदाज़ है आपका ! हर लाइन मारक असर रखती है ! हार्दिक शुभकामनायें आपको !!</b>Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.com