tag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post49030613265820581..comments2023-10-19T04:31:57.666-07:00Comments on sarwat india सर्वत इंडिया: गज़लसर्वत एम०http://www.blogger.com/profile/15168187397740783566noreply@blogger.comBlogger35125tag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-57463840712712367552010-12-14T01:25:08.455-08:002010-12-14T01:25:08.455-08:00bahut achi ghazal huee hai janaab....!!!bahut achi ghazal huee hai janaab....!!!janumanunoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-6426432248403805472010-11-23T08:29:38.467-08:002010-11-23T08:29:38.467-08:00shi khaa aaj ke nojvaan or duniya ke logon ki hqiq...shi khaa aaj ke nojvaan or duniya ke logon ki hqiqt bs yhi he aapne schchaayi byaan ki he mubaark ho. akhtar khaan akela kota rajsthanआपका अख्तर खान अकेलाhttps://www.blogger.com/profile/13961090452499115999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-74301037469697748762010-08-30T03:19:36.597-07:002010-08-30T03:19:36.597-07:00अद्भुत...अद्भुत...अद्भुत...अद्भुत...अद्भुत...अद्भु...अद्भुत...अद्भुत...अद्भुत...अद्भुत...अद्भुत...अद्भुत...अद्भुत...अद्भुत...अद्भुत...अद्भुत...अद्भुत...इससे एक शब्द भी ज्यादा कहा तो तो वह बहुत कम हो जाएगा...दरअसल सूरज को कोई रौशनी दिखाएगा तो खुद बेदम हो जाएगा...सर्वत इक शेर मैं कहा चाहूँ हूँ तुझसे....शर्त ये है की तू खिलखिलाएगा...........!!!!राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ )https://www.blogger.com/profile/07142399482899589367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-19594828473414875172010-08-24T19:38:55.321-07:002010-08-24T19:38:55.321-07:00saari gazal kya kahane
magar is talkh such ko kyon...saari gazal kya kahane<br />magar is talkh such ko kyon ujagar kar diya sarwat bhai<br /><br /><br />मरने के बाद चार अदद काँधे चाहिएं<br />कुछ रोज़ बाद लोग ये ज़हमत करेंगे क्याgazalkbahanehttps://www.blogger.com/profile/13644251020362839761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-71462528418947704662010-08-24T08:54:56.632-07:002010-08-24T08:54:56.632-07:00मरने के बाद चार अदद काँधे चाहिएं
कुछ रोज़ बाद लोग...मरने के बाद चार अदद काँधे चाहिएं <br />कुछ रोज़ बाद लोग ये ज़हमत करेंगे क्या<br />अछी गज़ल क अछा शेर !<br />बधाई !ओम पुरोहित'कागद'https://www.blogger.com/profile/13038563076040511110noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-50981939874293670552010-08-21T11:18:43.493-07:002010-08-21T11:18:43.493-07:00वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह
ये ग़ज़ल...वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह<br /> ये ग़ज़ल है या कि ,किसी जिंन्दगी की आह <br /><br />धमाकेदार वापसी पर शुभ कामनाएं <br /><br /><br />मजहब की ज़िन्दगी के लिए खून की तलब <br />हम खून से नहा के इबादत करेंगे क्या <br /><br />सर्वत भाई <br />कहने को कुछ बचा नहीं सब यार कह गए<br /> मानी ए ग़ज़ल ये वो खबरदार कह गए<br /><br />औरों का खूं बहाया तो इबादत कहाँ रही <br />मजहब से भी गए वो उनके इमान बह गए <br /><br />सर्वत की शान पर हुए कुर्बान यार हम <br />वो लौट के आया ,, कई तूफ़ान ढह गएUnknownhttps://www.blogger.com/profile/14503009212336443543noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-63166540837178675862010-08-21T11:13:40.184-07:002010-08-21T11:13:40.184-07:00इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Unknownhttps://www.blogger.com/profile/14503009212336443543noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-37205009416422947992010-08-19T18:55:00.878-07:002010-08-19T18:55:00.878-07:00sarwat bhai
aapki mail to nahi mili
rasta bhatak...sarwat bhai <br />aapki mail to nahi mili <br />rasta bhatak gayi shaayad<br /><br />september me aane ka aapka karyakram kitna pakka hai keh nahi sakta par main 16 october ko lucknow aa raha hoon <br />ek kavi sammelan hai<br />aadabयोगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-12203697106737348952010-08-19T12:19:58.029-07:002010-08-19T12:19:58.029-07:00मरने के बाद चार अदद काँधे चाहिएं
कुछ रोज़ बाद लोग ...मरने के बाद चार अदद काँधे चाहिएं<br />कुछ रोज़ बाद लोग ये ज़हमत करेंगे क्या<br /><br />बेहतरीन लेखDeepak chaubeyhttps://www.blogger.com/profile/14845743567136269530noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-77835142890437469432010-08-19T00:25:13.001-07:002010-08-19T00:25:13.001-07:00मरने के बाद चार अदद काँधे चाहिएं
कुछ रोज़ बाद लोग ...मरने के बाद चार अदद काँधे चाहिएं<br />कुछ रोज़ बाद लोग ये ज़हमत करेंगे क्या<br /><br />मजहब की ज़िन्दगी के लिए खून की तलब<br />हम खून से नहा के इबादत करेंगे क्या <br /><br />mujhe ye jyada pasand aaye sarvat jiiनिर्झर'नीरhttps://www.blogger.com/profile/16846440327325263080noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-24047578735192860002010-08-18T23:30:49.118-07:002010-08-18T23:30:49.118-07:00आराम की सभी को है आदत, करेंगे क्या
यह सल्तनत परस्...आराम की सभी को है आदत, करेंगे क्या <br />यह सल्तनत परस्त बगावत करेंगे क्या <br /><br />मतला भी जोर का बांधा है...manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-44466353571445887502010-08-18T23:29:52.715-07:002010-08-18T23:29:52.715-07:00मज़हब की ज़िन्दगी के लिए...
बहुत बहुत करारा शे...मज़हब की ज़िन्दगी के लिए...<br /><br />बहुत बहुत करारा शे'र...आपकी कलम की दाद देनी पड़ेगी जनाब...<br /><br />और आखिरी शे'र में जो सवाल किया है...<br />तक़रीर करने वालों से मेरा सवाल है <br />जब सामने खड़ी हो मुसीबत, करेंगे क्या!<br /><br />कमाल का है..<br /><br />मरने के बाद चार अदद काँधे चाहिएं <br />कुछ रोज़ बाद लोग ये ज़हमत करेंगे क्या ....आने वाले वक़्त कि तस्वीर पेश कर दी आपने..manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-63333852116514381692010-08-18T07:04:05.263-07:002010-08-18T07:04:05.263-07:00मरने के बाद चार अदद काँधे चाहिएं
कुछ रोज़ बाद लोग...मरने के बाद चार अदद काँधे चाहिएं <br />कुछ रोज़ बाद लोग ये ज़हमत करेंगे क्या<br /><br />yun to gazal puri hi teekhi hai<br />magar mujhe ye sher bahut pasand aaya.. aapki shaili man ko prabhavit karti hai..श्रद्धा जैनhttps://www.blogger.com/profile/08270461634249850554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-70811264248943707082010-08-18T04:59:49.076-07:002010-08-18T04:59:49.076-07:00मरने के बाद चार अदद काँधे चाहिएं
कुछ रोज़ बाद लोग...मरने के बाद चार अदद काँधे चाहिएं <br />कुछ रोज़ बाद लोग ये ज़हमत करेंगे क्या ..<br /><br />सर्वत साहब मेरा मानना सही ही है की ऐसी बेहतरीन ग़ज़ल आपके सिवा किसी और के बस की बात नही ... जीवन के सच को जितना बारीकी से आप पकड़ते हैं कोई दूसरा नही पकड़ पाता ... शिल्प, कथ्य और सामाजिक हालात को आप हूबहू उतारते हैं ... <br />सलाम है मेरा ... आज़ादी का जश्न मुबारक हो ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-52521015263936121452010-08-17T23:08:34.659-07:002010-08-17T23:08:34.659-07:00ऐसी बेहतरीन ग़ज़ल सिर्फ और सर्वत साहब ही लिख सकते ...ऐसी बेहतरीन ग़ज़ल सिर्फ और सर्वत साहब ही लिख सकते हैं मियां...आज आपके ब्लॉग पर आ कर कलेजे और आँखों को ठंडक पड़ गयी...हुज़ूर अपनी पुरानी शान के साथ लौट आये हैं...ग़ज़ल दिल में समा गयी है...और क्या कहूँ...वाह. हम तो आपके पुराने मुरीद हैं और हमेशा रहेंगे..<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-483224414126950842010-08-17T19:28:36.250-07:002010-08-17T19:28:36.250-07:00मजहब की ज़िन्दगी के लिए खून की तलब
हम खून से नहा ...मजहब की ज़िन्दगी के लिए खून की तलब <br />हम खून से नहा के इबादत करेंगे क्या <br /><br />वाह-वा ! सर्वत साहब... <br />क्या पाएदार शेर निकाला है <br />पढ़ते ही <br />आज के हालात की तस्वीर खिंच जाती है... <br />और <br />"खुद जिनकी हर घड़ी यहाँ खतरे में जान है.." <br />भी <br />इसी मौज़ू को आगे ले जा रहा है <br /><br />निहायत ही अच्छी ग़ज़ल के लिए <br />मुबारकबादdaanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-4906927879236085712010-08-14T12:36:14.831-07:002010-08-14T12:36:14.831-07:00आराम की सभी को है आदत, करेंगे क्या
यह सल्तनत परस्...आराम की सभी को है आदत, करेंगे क्या <br />यह सल्तनत परस्त बगावत करेंगे क्या <br /><br />खुद जिनकी हर घड़ी यहाँ खतरे में जान है <br />वो लोग इस वतन की हिफाजत करेंगे क्या <br /><br />सर्वत जी लाजवाब कर दिया ...<br /><br />कहने को कुछ नहीं बचावीनस केसरीhttps://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-52335968218355016412010-08-14T07:49:14.284-07:002010-08-14T07:49:14.284-07:00Sarwat Bhai...aadaab.
aapse late parichay hua........Sarwat Bhai...aadaab.<br />aapse late parichay hua.....behtreen kahte hai aap...badhai..योगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-24896940291098540412010-08-14T04:53:04.433-07:002010-08-14T04:53:04.433-07:00खुद जिनकी हर घड़ी यहाँ खतरे में जान है
वो लोग इस व...खुद जिनकी हर घड़ी यहाँ खतरे में जान है<br />वो लोग इस वतन की हिफाजत करेंगे क्या <br /><br />bahut khoob likha hai aapne...<br />Meri Nayi Kavita aapke Comments ka intzar Kar Rahi hai.....<br /><br />A Silent Silence : <a href="http://asilentsilence.blogspot.com/2010/08/ye-kya-takdir-hai.html" rel="nofollow" title="A Silent Silence - Where Silence Says Something Beyond The Words">Ye Kya Takdir Hai...</a><br /><br />Banned Area News : <a href="http://bannedarea.blogspot.com/2010/08/kareena-kapoor-and-karan-johar-at-mr.html" rel="nofollow" title="Banned Area - Break the Rules , Bollywood Gossips','Bollywood News','Health News','Hollywood News','India News','Technology News','Television News','World News','Sports News">Kareena Kapoor And Karan Johar At Mr. Nari Hira's Bash</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-83576189734475974392010-08-14T03:40:03.206-07:002010-08-14T03:40:03.206-07:00खुद जिनकी हर घड़ी यहाँ खतरे में जान है
वो लोग इस व...खुद जिनकी हर घड़ी यहाँ खतरे में जान है<br />वो लोग इस वतन की हिफाजत करेंगे क्या <br /><br />जिनकी जान खतरे में है वो ही इस वतन की हिफाजत कर सकते हैं<br />लेकिन ऐसे लोगों को हर-हाल में पूरे देश में एकजुट होना होगा ..<br />देश को आजादी भी उन्होंने ही दिलाई थी जिनकी जान हमेशा खतरे में थी ..<br /><br />ये और बात है की आज विश्वाश घातियों ने उस आजादी को गुलामी से भी बदतर बना दिया है ...honesty project democracyhttps://www.blogger.com/profile/02935419766380607042noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-73720830695426128642010-08-14T02:00:53.007-07:002010-08-14T02:00:53.007-07:00शानदार , बेहतरीन .... कमाल की गज़ल ||
हर शेर एक से...शानदार , बेहतरीन .... कमाल की गज़ल ||<br />हर शेर एक से बढकर एक ||<br />किस शेर की तारीफ़ की जाये <br />और की जाये तो तारीफ़ के लिए<br />शब्द कहाँ से लाया जाये ||<br /><br />मजहब की ज़िन्दगी के लिए खून की तलब <br />हम खून से नहा के इबादत करेंगे क्या <br /><br />खुद जिनकी हर घड़ी यहाँ खतरे में जान है <br />वो लोग इस वतन की हिफाजत करेंगे क्या <br /><br />ये दो शेर अपने साथ लिए जा रहा हूँ ||Shayar Ashok : Assistant manager (Central Bank)https://www.blogger.com/profile/14269190208303983206noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-30530986499676183212010-08-13T21:14:24.517-07:002010-08-13T21:14:24.517-07:00श्क्रिया उन का जिन्हों ने आपको सजा सुनाई वर्ना हम ...श्क्रिया उन का जिन्हों ने आपको सजा सुनाई वर्ना हम लोगों की आप कहाँ सुनने वाले थे। गज़ल तो गज़ब है<br />मरने के बाद चार अदद काँधे चाहिएं<br />कुछ रोज़ बाद लोग ये ज़हमत करेंगे क्या<br /><br />मजहब की ज़िन्दगी के लिए खून की तलब<br />हम खून से नहा के इबादत करेंगे क्या<br /><br />खुद जिनकी हर घड़ी यहाँ खतरे में जान है<br />वो लोग इस वतन की हिफाजत करेंगे क्या <br />तीनो शेर क्या कहूँ लाजवाब हैं धन्यवाद। अब और सजा से बचना है तो और गज़ल कहनी पडेगी। शुभकामनायेंनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-85300612745287623392010-08-13T10:41:44.422-07:002010-08-13T10:41:44.422-07:00मजहब की ज़िन्दगी के लिए खून की तलब
हम खून से नहा क...मजहब की ज़िन्दगी के लिए खून की तलब<br />हम खून से नहा के इबादत करेंगे क्या...<br />ज़िन्दाबाद.... सर्वत साहब, <br />क्या कहने ....वाह...वाह<br />कभी न भुलाए जाने वाला शेर दिया है<br />मुबारकबाद कबूल फ़रमाएं.<br /><br />खुद जिनकी हर घड़ी यहाँ खतरे में जान है<br />वो लोग इस वतन की हिफाजत करेंगे क्या...<br />ये अजीब इत्तेफ़ाक है..<br />कि तरही ग़ज़ल में एक शेर का मफ़हूम यही है!!!<br />चलिए हटा लेते हैं जनाब...शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद''https://www.blogger.com/profile/09169582610976061788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-33742050332556111742010-08-13T10:29:53.177-07:002010-08-13T10:29:53.177-07:00खुद जिनकी हर घड़ी यहाँ खतरे में जान है
वो लोग इस व...खुद जिनकी हर घड़ी यहाँ खतरे में जान है<br />वो लोग इस वतन की हिफाजत करेंगे क्या <br />जमाल साहब य़ाःई लोग जिन की जान खतरे मै हि इस देश की हिफ़ाजत कर सकते है, बस खुदा उन्हे इतनी अकल दे कि जब मरना ही है तो खतरो को मार कर ही मरो...... मेरे जेसे बहुत पागल मिलेगे....<br />बाकी आप के शॆर हमारी तरीफ़ो से बहुत बढ कर है, हमारे शव्द भी बहुत कम पडते है,इन शेरो की इज्जत मैराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-78409531896938332662010-08-13T10:23:19.048-07:002010-08-13T10:23:19.048-07:00मजहब की ज़िन्दगी के लिए खून की तलब
हम खून से नहा ...मजहब की ज़िन्दगी के लिए खून की तलब <br />हम खून से नहा के इबादत करेंगे क्या <br />लम्बे इन्तज़ार के बाद आपकी गज़ल पढने को मिली, आभार.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.com