tag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post9168952728531896295..comments2023-10-19T04:31:57.666-07:00Comments on sarwat india सर्वत इंडिया: गजल - एक बार फिरसर्वत एम०http://www.blogger.com/profile/15168187397740783566noreply@blogger.comBlogger28125tag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-70125324574452531412010-01-30T09:31:27.341-08:002010-01-30T09:31:27.341-08:00अपनी खेती उन्हें पसंद आई
आइए, ...अपनी खेती उन्हें पसंद आई <br />आइए, मिल के कन्यादान करें <br /><br />इस तरफ आदमी, उधर कुत्ता <br />बोलिए, किस को सावधान करें! <br /><br />शानदार गजलं बधाई, भाई कमाल का लिखते है। आप तोbijnior districthttps://www.blogger.com/profile/02245457778160306799noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-10190848831432430532010-01-22T15:41:24.978-08:002010-01-22T15:41:24.978-08:00क्या हम इस बात पर गुमान करें
मुल्क में खुदकुशी कि...क्या हम इस बात पर गुमान करें <br />मुल्क में खुदकुशी किसान करें - bahut sunder<br /><br /><br />देश, मजहब, समाज, खुद्दारी <br />काहे सांसत में अपनी जान करें -aaz ke aadmi ki mnodsha ko sahi ukera<br />badhaayeegazalkbahanehttps://www.blogger.com/profile/13644251020362839761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-33488507550912897892010-01-18T07:44:56.443-08:002010-01-18T07:44:56.443-08:00भाई वाह!
इस तरफ आदमी उस तरफ कुत्ता
बोलिए किसको ...भाई वाह! <br /><br />इस तरफ आदमी उस तरफ कुत्ता <br />बोलिए किसको सावधन करें <br />सारी दुनिया को हमसे हमदर्दी <br />जैसे बगुले नदी पे ध्यान करें <br /><br />दमदार और जमीन से जुडी शायरी... मुबारकश्याम जुनेजा https://www.blogger.com/profile/11410693251523370597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-65236858189989052052010-01-18T02:04:43.799-08:002010-01-18T02:04:43.799-08:00इस तरफ आदमी, उधर कुत्ता
बोलिए, किस को सावधान करें...इस तरफ आदमी, उधर कुत्ता <br />बोलिए, किस को सावधान करें! <br /><br />वाह !!!!! क्या क्या कह दिया. बेमिसालरचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-44380539230294209132010-01-16T04:43:24.017-08:002010-01-16T04:43:24.017-08:00इस तरफ आदमी, उधर कुत्ता
बोलिए, किस को सावधान करें...इस तरफ आदमी, उधर कुत्ता <br />बोलिए, किस को सावधान करें!<br />Kitna sach hai! Ek taraf hamare kisan aur karigar atmhatya kar rahe hain...doosari taraf ham 2020 me Bharat global power banega ye baat karte hain! Globalisation kee or kya ham inki lashon ko raundte hue badhenge ya inhen saath le chalenge?shamahttps://www.blogger.com/profile/15550777701990954859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-19853479221314579792010-01-15T09:16:19.933-08:002010-01-15T09:16:19.933-08:00क्या हम इस बात पर गुमान करें
मुल्क में खुदकुशी कि...क्या हम इस बात पर गुमान करें <br />मुल्क में खुदकुशी किसान करें <br /><br />देश, मजहब, समाज, खुद्दारी <br />काहे सांसत में अपनी जान करें <br /><br /><br />Gehra asar chodti hai rachna.Badhai.sandhyaguptahttps://www.blogger.com/profile/07094357890013539591noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-2902188041838630622010-01-15T01:51:14.188-08:002010-01-15T01:51:14.188-08:00एक बार फिर आपने ग़ज़ल में तेवर में दिखाए हैं...
सब...एक बार फिर आपने ग़ज़ल में तेवर में दिखाए हैं...<br />सबको सावधान कर दिया.. बहुत खूब...<br /><br />- सुलभSulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-72928465656437242552010-01-13T03:02:21.374-08:002010-01-13T03:02:21.374-08:00क्या हम इस बात पर गुमान करें
मुल्क में खुदकुशी कि...क्या हम इस बात पर गुमान करें <br />मुल्क में खुदकुशी किसान करें <br />वाह ......!!<br />इस तरफ आदमी, उधर कुत्ता <br />बोलिए, किस को सावधान करें! <br /><br />आपकी गजलें समय पर तीखा प्रहार करती हैं ......!!<br /><br />लुधिआना के मुशायरे के लिए शुभकामनाएं .......!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-36130277177092137912010-01-12T22:33:34.618-08:002010-01-12T22:33:34.618-08:00सर्वत साहब
इस बेहतरीन ग़ज़ल के लिए एक बार फिर
बह...सर्वत साहब <br />इस बेहतरीन ग़ज़ल के लिए एक बार फिर <br />बहुत बहुत बधाई ......................Pushpendra Singh "Pushp"https://www.blogger.com/profile/14685130265985651633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-46349652806526963952010-01-12T08:58:16.671-08:002010-01-12T08:58:16.671-08:00... अब तारीफ़ किस शेर की करें या किस से शुरुवात करे...... अब तारीफ़ किस शेर की करें या किस से शुरुवात करें, सब के सब शेर लाजवाब हैं फ़िर भी ... देश, मजहब, समाज, खुद्दारी के नाम पर अपनी जान जोखिम में क्यों डालें, जो हो रहा है होने दो, होते रहेगा ....बहुत खूब ... वा-भई-वाह बहुत खूब जो कर्ज ही नही चुकाना चाहता वो भला सोने की गाय दान करने का जोखिम क्यों ले वो तो यही सोचे बैठा है कि लोगो का कर्ज चुकाने से बेहतर कर्ज की रकम को पीठ पर बांध कर नर्क ले जायेगा ...ये और भी गजब है आदमी को कुत्ते से सचेत किया जाये या कुत्ते को आदमी से, दोनो मे ज्यादा खतरनाक आखिर कौन है !!!! <br />....बहुत खूब, उम्दा, बेहतरीन !!!!!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-29185865690654261592010-01-12T03:08:45.535-08:002010-01-12T03:08:45.535-08:00हमेशा की तरह लाजवाब कर दिया आपने। अन्तिम शेर तो सव...हमेशा की तरह लाजवाब कर दिया आपने। अन्तिम शेर तो सवा शेर ही है।<br />आजकल आप कहाँ हैं, कई बार आपका नम्बर ट्राई किया, हमेशा ऑफ मिलता है।<br />--------<br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">अपना ब्लॉग सबसे बढ़िया, बाकी चूल्हे-भाड़ में।</a><br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">ब्लॉगिंग की ताकत को Science Reporter ने भी स्वीकारा।</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-30307183295670343102010-01-11T13:58:08.848-08:002010-01-11T13:58:08.848-08:00सर्वत साहब,
हर शे'र लाजवाब, दिल को छूता हुआ लग...सर्वत साहब,<br />हर शे'र लाजवाब, दिल को छूता हुआ लगा. मिस्रों में शब्द और भाव नगीनों की तरह जड़े हुए हैं।<br /><a href="http://mahavirsharma.blogspot.com" rel="nofollow">महावीर शर्मा</a>महावीरhttps://www.blogger.com/profile/00859697755955147456noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-19097755930813253772010-01-09T22:09:56.767-08:002010-01-09T22:09:56.767-08:00ग़ज़ल के तेवर ने एक बार फिर से छुआ संपूर्ण तरीके से....ग़ज़ल के तेवर ने एक बार फिर से छुआ संपूर्ण तरीके से....आखिरी शेर का कटाक्ष तो उफ़्फ़्फ़!<br /><br />आपका स्नेह अभिभूत कर गया है सर। बहुत-बहुत बेहतर हूं अब और कुछ और ज्यादा बेहतर हो गया हूं अब कि आपने इस अदा से तबियत पूछी है...गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-64938717198989491002010-01-09T08:25:31.598-08:002010-01-09T08:25:31.598-08:00क्या हम इस बात पर गुमान करें
मुल्क में खुदकुशी कि...क्या हम इस बात पर गुमान करें <br />मुल्क में खुदकुशी किसान करें <br /><br />kis tarah jhinjhod diya hai<br /><br /><br />सारी दुनिया को हम से हमदर्दी <br />जैसे बगुले नदी पे ध्यान करें <br /><br />bahut khoob<br />देश, मजहब, समाज, खुद्दारी <br />काहे सांसत में अपनी जान करें <br /><br />ahaaaaaaaa kya sher kaha hai<br /><br />कर्ज़ से गर निजात चाहिए, तो <br />आप सोने की गाय दान करें <br /><br />kamaal ka sher hai<br /><br />इस तरफ आदमी, उधर कुत्ता <br />बोलिए, किस को सावधान करें! <br />maan gaye sarwat ji<br />ustaadi aisi sher mein kya kahne<br />ek ek sher kamaal<br />har sher ke baad jhamakaश्रद्धा जैनhttps://www.blogger.com/profile/08270461634249850554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-7885821813876472682010-01-09T01:12:05.282-08:002010-01-09T01:12:05.282-08:00क्या हम इस बात पर गुमान करें
मुल्क में खुदकुशी कि...क्या हम इस बात पर गुमान करें <br />मुल्क में खुदकुशी किसान करें <br /><br />अपनी खेती उन्हें पसंद आई <br />आइए, मिल के कन्यादान करें <br /><br />सारी दुनिया को हम से हमदर्दी <br />जैसे बगुले नदी पे ध्यान करें <br /><br />देश, मजहब, समाज, खुद्दारी <br />काहे सांसत में अपनी जान करें <br /><br />कर्ज़ से गर निजात चाहिए, तो <br />आप सोने की गाय दान करें <br /><br />इस तरफ आदमी, उधर कुत्ता <br />बोलिए, किस को सावधान करें!..<br /><br />सलाम सर्वत साहब ......... कतल हैं सारे शेर .......... सुभान अल्ला ...... एक शेर लिखना चाहता था ...... पर पूरी ग़ज़ल इतनी बेहतरीन है की सब शेर दुबारा उतार दिए ........... आज की सचाई को हर शेर बयान कर रहा है ......... सच का आईना है हर शेर ........ आदि से अंत तक युग की गाथा ...........दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-38669898572452845822010-01-08T22:40:53.663-08:002010-01-08T22:40:53.663-08:00आपके द्वारा आदमी और कुत्ते की तुलना में मैंने कुछ ...आपके द्वारा आदमी और कुत्ते की तुलना में मैंने कुछ लिखा है कृपया जरूर देखिएगा ! <br />http://satish-saxena.blogspot.com/2010/01/blog-post.html<br /><br />शुभकामनायें !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-76409297542050495082010-01-08T19:10:36.373-08:002010-01-08T19:10:36.373-08:00वाह ! वाह !!
आज के हालात को मद्दे-नज़र रखते हुए
क...वाह ! वाह !!<br />आज के हालात को मद्दे-नज़र रखते हुए <br />कया खूब अश`आर निकाले हैं आपने <br />जिन बातों को कह लेने के लिए <br />कई मुबाहिसे दरकार रहते हैं ...<br />आपने उन्हें चंद चुनिन्दा <br />अलफ़ाज़ में बयान कर डाला है <br /><br />मतला ख़ुद ही अपनी बात कह लेने में <br />कामयाब बन पडा है है ...<br /><br />और ये शेर ख़ास तौर पर काबिल-ए-ज़िक्र है<br /><br />सारी दुनिया को हम से हमदर्दी <br />जैसे बगुले नदी पे ध्यान करें.....<br /><br />और यहाँ .......<br />कर्ज़ से गर निजात चाहें , तो <br />आप सोने की...........<br /><br />एक मेआरी ग़ज़ल कहने पर ढेरों मुबारकबादdaanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-16172780857539054782010-01-08T11:54:56.453-08:002010-01-08T11:54:56.453-08:00मोहतरम सर्वत साहब, आदाब
हालात और माहौल को
जिस खूब...मोहतरम सर्वत साहब, आदाब<br />हालात और माहौल को <br />जिस खूबसूरती से <br />आप अश'आर की शक्ल में पेश करते हैं<br />क्या उन्हें सिर्फ़ ग़ज़ल कह देना काफ़ी है?<br />ये फिक्रो-फन कुदरत का तोहफ़ा है आपके पास<br />हर शेर लाजवाब है,<br /> वाह वाह<br />सुबहान अल्लाह<br />शाहिद मिर्ज़ा शाहिदशाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद''https://www.blogger.com/profile/09169582610976061788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-39117604356821501142010-01-08T09:43:21.617-08:002010-01-08T09:43:21.617-08:00क्या बात है ! अति सुंदर !
देश, मजहब, समाज, खुद्...क्या बात है ! अति सुंदर ! <br /><br />देश, मजहब, समाज, खुद्दारी <br />काहे सांसत में अपनी जान करें <br /><br /><br />इस तरफ आदमी, उधर कुत्ता <br />बोलिए, किस को सावधान करें! <br /><br />हर शेर हीरा है ....अर्कजेशhttp://www.arkjesh.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-85102350092717265742010-01-08T09:02:39.793-08:002010-01-08T09:02:39.793-08:00गज़ब का लिखते हो यार ! दिली शुभकामनायें !गज़ब का लिखते हो यार ! दिली शुभकामनायें !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-26387506211497131822010-01-08T07:40:03.801-08:002010-01-08T07:40:03.801-08:00सारी दुनिया को हम से हमदर्दी
जैसे बगुले नदी पे ध्...सारी दुनिया को हम से हमदर्दी <br />जैसे बगुले नदी पे ध्यान करें <br />वाह बहुत गहरे भाव लिये है आप की गजल<br />धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-46854494898627170522010-01-08T07:29:11.432-08:002010-01-08T07:29:11.432-08:00इस तरफ आदमी, उधर कुत्ता
बोलिए, किस को सावधान करें...इस तरफ आदमी, उधर कुत्ता <br />बोलिए, किस को सावधान करें! <br />...वाह क्या बात है।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-28409156662327931652010-01-08T06:18:52.859-08:002010-01-08T06:18:52.859-08:00सारी दुनिया को हम से हमदर्दी
जैसे बगुले नदी पे ध्...सारी दुनिया को हम से हमदर्दी <br />जैसे बगुले नदी पे ध्यान करें <br /><br /> wah sarwat ji , sabhi sher behatareen hai ji, badhaai.Yogesh Verma Swapnhttps://www.blogger.com/profile/01456159788604681957noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-69154741924500386732010-01-08T05:31:53.468-08:002010-01-08T05:31:53.468-08:00सर्वत साहब...क्या बात है...वल्लाह...हर शेर पे दम न...सर्वत साहब...क्या बात है...वल्लाह...हर शेर पे दम निकलता है...वाह...शायरी को एक नयी दिशा दी है आपने...बेहद खूबसूरत असरदार शेर कहें हैं इस ग़ज़ल में:<br /><br />सारी दुनिया को हम से हमदर्दी <br />जैसे बगुले नदी पे ध्यान करें <br /><br />मुझे याद नहीं पड़ता इस से खूबसूरत बात किसी ने भी हमें मदद करने वाले देशों के बारे में इस से पहले कही हो...क्या शेर है...वाह...वा...<br /><br />कर्ज़ से गर निजात चाहिए, तो <br />आप सोने की गाय दान करें <br /><br />इस तरफ आदमी, उधर कुत्ता <br />बोलिए, किस को सावधान करें<br /><br />ये वो शेर हैं जिन्हें कहने के लिए एक उम्र का तजुर्बा चाहिए...इन्हें अपने साथ लिए जा रहा हूँ...<br />लिखते रहें क्यूँ की आपको पढना बहुत अच्छा लगता है.<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8985437961736548388.post-16426008955283415812010-01-08T02:57:58.108-08:002010-01-08T02:57:58.108-08:00बहु खूब सुन्दर रचना
क्या हम इस बात पर गुमान करें ...बहु खूब सुन्दर रचना <br />क्या हम इस बात पर गुमान करें <br />मुल्क में खुदकुशी किसान करें <br /> बहुत बहत आभारPushpendra Singh "Pushp"https://www.blogger.com/profile/14685130265985651633noreply@blogger.com